छत्तीसगढ़ में कृषि | Chhattisgarh Me Krishi | Agriculture in Chhattisgarh

Share your love
2.5/5 - (446votes)

विद्यार्थीओ आज हम आपको छत्तीसगढ़ में कृषि  Chhattisgarh Me Krishi  Agriculture in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में फसलों के प्रकार , Chhattisgarh me Faslo ke prakar एवं छत्तीसगढ़ में कृषि से जुड़े हर एक तथ्य की जानकारी देने वाले है ।

छत्तीसगढ़ में कृषि Chhattisgarh Me Krishi  Agriculture in Chhattisgarh

  • छ.ग. कृषि प्रधान राज्य है। 
  • यहाँ 80% लोग कृषि पर निर्भर है। 
  • छ.ग. में कुल कृषक परिवार 37.64 लाख लोग है। 
  • छ.ग. में लघु व सीमांत कृषक 28.12 लाख (76%) लोग है। 
  • छ.ग. की कृषि मानसून पर निर्भर है। 
  • छ.ग. में कृषि को मानसून का जुआ कहते है। 
  • भू-राजस्व का निर्धारण कलेक्टर करता है। 
  • बन्दोबस की अवधि 30 वर्ष से कम नहीं हो सकती है। 
  • राजस्व वर्ष -1 अक्टूबर से चालू होता है। 
  • कृषि वर्ष – 1 जुलाई से चालू होता है। 
  • छ.ग. में औसत वर्षा 150 cm. होती है। 
  • “कर के सीखो” नारा कृषि क्षेत्र का है। 
  • छ.ग. में बेरपा त्यौहार कृषि से संबंधित है। 
  • छ.ग. में कुल बोया गया क्षेत्र 56 लाख हेक्टेयर। 
  • छ.ग. में शुद्ध बोया गया क्षेत्र – 46 लाख हेक्टेयर । 
  • छ.ग. में 35% क्षेत्र में सिंचित होता है। 
  • छ.ग. में औसत जोत का आकार 1.36 हेक्टेयर है। 
  • जैविक कृषि में दंतेवाड़ा जिला आगे है। 
  • छ.ग. को 3 कृषि जलवायु में बाँटा गया है : 1. अम्बिकापुर 2. रायपुर 3. जगदलपुर
  • छत्तीसगढ़ की लगभग 80% जनसख्या कृषि एवं कृषि आधारित उद्योग धंधो पर आश्रित है . छत्तीसगढ़ के लगभग 51.6% भाग में कृषि का कार्य किया जाता है ।
  • छत्तीसगढ़ का मुख्या फसल धन है , धन बाहुल्य क्षेत्र होने के कारन छत्तीसगढ़ के मैदान को धान का कटोरा भी कहा जाता है ।
  • मोठे अनाज में मक्का , ज्वर , बाजरा  , रागी अदि शामिल है , बस्तर क्षेतार में रागी का उत्पादन होता है ।

छत्तीसगढ़ में फसलों के प्रकार 

chhattisgarh me krishi chhattisgarh me fasal


छत्तीसगढ़ में फसलों का क्षेत्रफल

1.कुल बोया गया :-( 56 लाख हेक्टेरे )

  • सर्वाधिक – राजनांदगाव
  • न्यूनतम – नारायणपुर
  • खरीफ फसल – सर्वाधिक – जांजगीर चाम्पा 

2.शुद्ध-निरा बोया गया :-( 46 लाख हेक्टर )

  • सर्वाधिक – राजनांदगाव
  • न्यूनतम – नारायणपुर
  • रबी फसल – सर्वाधिक – बेमेतरा 

3.द्वी-फसली:-

  • सर्वाधिक – बेमेतरा
  • न्यूनतम – बीजापुर  

छत्तीसगढ़ में फसलों का उत्पादन ( प्रति हेक्टर )

क्रफसल 2015-16 (KG)2017-182020-21
1.धान1953
2.मक्का1881
3.गेहू1345
4.चना779
5.सोयाबीन488
6.गन्ना2440
7.कपास326
8.ज्वर805
9.तुवर470

नोट :- एक हेक्टेयर = 2.53 एकड़ ( 2 एकड़ 53 डिसमिल )

          एक डिसमिल = 435 स्कोर फ़ीट 

छत्तीसगढ़ में फसलों के समर्थन मूल्य

क्र फसल 2017-182020-21
1.धान पतला (B)1550 रु + 300 बोनस
धान पतला (A)1560 रु + 300 बोनस
2.मक्का1425 रु
3.गेहू
4.चना
5.सोयाबीन3050 रु
6.गन्ना255 रु
7.कपास
8.ज्वार
9.मूंगफली4450 रु
10.तेंदूपत्ता2500 रु प्रति बोरा
11.इमली2200 रु प्रति बोरा

नोट :- धान की खरीदी मार्कफेट करता है । 


छत्तीसगढ़ के फसलों की किस्मे

1.धान सोना मसरी , महामाया , IR-36 , गोल गुरमटिया , माहेश्वरी , पूर्णिमा , इंदिरा 9, हजार दस , हंट , अदि ।
2.गेहू स्वाति , सुजाता , शर्बरी , बिलासा , अरपा , रतन
3.चना वैभव
4.सोयाबीन गौरब , दुर्गा , MACS.58, NRC.37
5.सरसो छत्तीसगढ़ सरसो
6.अरहर राजीव लोचन
7.आम इंदिरा , नंदिराज

उत्पादन व क्षेत्रफल 

1.फसलों के उत्पादन :-

  • खाद्दान :- 84 लाख मीट्रिक टन
  • दलहन :- 7 लाख मीट्रिक टन 
  • तिलहन :- 1 लाख मीट्रिक टन 
  • गन्ना :- 0.76 लाख मीट्रिक टन 

2.फसलों के क्षेत्रफल 

  • खाद्दान :- 43 लाख मीट्रिक टन
  • दलहन :- 8 लाख मीट्रिक टन 
  • तिलहन :- 2 लाख मीट्रिक टन 
  • गन्ना :- 7 लाख मीट्रिक टन 

नोट :- कृषि की GDP में योगदान -> 20575 करोड़ (10.42%) है ।


कृषि शोध संसथान

कृषि प्रशिक्षण अकादमीरायपुर 
कृषि शोध संसथान लाभांडी ( सन 1903 से )
कृषि यन्त्र प्रशिक्षण प्रयोग शाला रायपुर 
बीज प्रयोग शाला बिलासपुर  जगदलपुर , अंबिकापुर 
छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपरण  बोर्ड रायपुर है (2003)
कोसा शोध संसथान बस्तर 
टमाटर शोध संसथान मैनपाट 
चावल शोध संसथान लाभांडी ( रायपुर )
काजू शोध संसथान बस्तर 
  • 92 विकास खंडो में शहीद वीर नारायण सिंह कृषक सेवा केंद्र स्थापित किया गयाः ।
  • 12 मिटटी प्रशिक्षण प्रयोगशाला व 110 मिनी लैब है ।
  • किसानो को दो रुपए में मिटटी प्रशिक्षण किया जाता है ।
  • 360 कृषक सूचना केंद्र स्थापित किया गया  है ।

नोट :- 1.chhattisgarh में हरित कर्नाटि के वैज्ञानिक :- डॉ रिछारिया जी है 

          2.38.91 लाख किसानो को मिटटी स्वस्थ्य कार्ड बनाया गया है ।


मंडी

क्रमांक आदर्श मंडी फल सब्जी मंडी 
1.राजनांदगाव राजनांदगाव 
2.कवर्धा दुर्ग 
3.धमतरी बिलासपुर 
4.कुरुद रायपुर 
5.मुंगेली पंखाजूर 
6.रायगढ़ 

नोट :-

  1. छत्तीसगढ़ में 69 मंडिया है ।
  2. छत्तीसगढ़ में 188 उपमंडिया है ।
  3. छत्तसगढ़ में 1986 धन उपार्जन केंद्र है ।


किसान शॉपिंग मॉल सेण्टर 

1.राजनांदगाव मंडी ।

2.महासमुदन मंडी ।

पुरस्कार 

( कृषि कर्मण पुरस्कार )

क्रमांक वर्ष क्षेत्र 
1.2010-11धान के लिए 
2.2012-13धान के लिए 
3.2013-14धान के लिए 
4.2014-15दलहन  के लिए 

नोट :-

  1. एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड-2017 को बागबानी फसल के लिए छत्तीसगढ़ को मिला है ।
  2. मिटटी स्वस्थ्य कार्ड योजना के सर्वश्रेस्थ क्रियान्वयन के लिए मोदी द्वारा बलरामपुर- रामनुजगंदज को उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।

भारत में प्रथम 

  • लाख के उत्पादन में छत्तीसगढ़ भारत में प्रथम है ।
  • तेंदूपत्ता  के उत्पादन में छत्तीसगढ़ भारत में प्रथम है ।

निगम ( सार्वजनिक वितरण प्रणाली  के लिए )

  1. राज्य  बीज व कृषि विकास निगम
  2. राज्य खाद्य व नागरिक आपूरित निगम
  3. राज्य भंडार गृह निगम आयोग की स्थापना किया गया है ।

सुखा राहत हेतु कदम

  • सुखा प्रभावित किसानों को 1 क्विंटल धान निःशुल्क दिया जाता है।
  • सुखा प्रभावित किसानों की बेटियों की विवाह के लिए 30 हजार रू. दिया जाता है।
  • असिंचित क्षेत्र की बीमा सहायता -> 6800 रू. प्रति एकड़ है।
  • सिंचित क्षेत्र की बीमा सहायता ->13500 रू. प्रति एकड़ ।

छत्तीसगढ़ के कृषि शिक्षा संस्थान

1. बायोटेक्नोलॉजी में स्नात्कोत्तर की व्यवस्था2017
2. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति अनुसंधान की स्थापना 2011
3. इंदिरा कृषि विश्वविद्यालयरायपुर 1987
4. कृषि महाविद्यालयरायपुर 1961
5. शहीद गुण्डापुर कृषि महाविद्यालयजगदलपुर 2001
6. ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालयबिलासपुर 2001
7. राजमोहनी देवी कृषि महाविद्यालयअंबिकापुर 2001

छत्तीसगढ़ के शीर्ष 3 उत्पादक जिले (30 जून 2021)

फसलेप्रथम उत्पादक जिला दूसरा उत्पादक जिला तीसरा उत्पादक जिला 
धानबालोदराजनांदगावबलोदा बाजार
गेहू बेमेतराराजनांदगावदुर्ग
मक्का बलरामपुरकोंडागांवबस्तर
कोदो – कुटकी बस्तरदंतेवाड़ाकवर्धा
चना राजनांदगावबेमेतराकवर्धा
गणना कवर्धाबेमेतरा  सरगुजा
मूंगफली जशपुरसूरजपुररायगढ़
सोयाबीन राजनांदगावकवर्धाबेमेतरा
कुल खरीफ राजनांदगावबालोदबलौदाबाजार
कुल रबी राजनांदगावबेमेतरामुंगेली
कुल फसल उत्पादन राजनांदगावबेमेतराबालोद

कृषि वर्षांत 30 जून 2021 

शुद्ध बोया गया क्षेत्र(हेक्टेयर )46,22,725
नीरा सिंचित क्षेत्रफल(हेक्टेयर )15,98,954
कुल बोया गया क्षेत्र(हेक्टेयर )57,12,494
कुल सिंचित क्षेत्रफल(हेक्टेयर )21,40,744

कृषि जोत

विवरण इकाई2011-122012-13
कृषि जोतो की संख्यालाख34.6137.46
कृषि जोतो का क्षेत्रलाख हेक्टेयर52.1050.84
कृषि जोतो का औसत आकरहेक्टेयर1.511.36
  • 2010-11 एवं 2011-12 के आँकने कृषि संगरना 2005-06 पर आधारित है
  • 2012-13 के आँकने कृषि संगरना 2010-11 पर आधारित है ।

कृषि सम्बंधित प्रमुख योजनाए 

राजीव गांधी किसान न्याय योजना

प्रारंभ : 21 मई 2020 से (स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि)

लागू : 2019 से, भूतलक्षी प्रभाव से लागू किया गया।

उद्देश्य 

  • फसल विविधीकरण, फसल क्षेत्र तथा उत्पादन को बढ़ावा देना
  • किसानों की लागत की प्रतिपूर्ति एवं शुद्ध आय में वृद्धि करना
  • कृषकों को कृषि में अधिक निवेश के लिए प्रोत्साहन
  • कृषकों को लाभ के व्यवसाय के रूप में पुनर्स्थापित करते हुए GDP में कृषि क्षेत्र की सहभागिता में वृद्धि करना

इनपुट सब्सिडी

  • 2021 से सभी प्रमुख खरीफ फसलों एवं उद्यानिकी फसलों के उत्पादक कृषकों को प्रति वर्ष रु 9000 प्रति एकड़
  • कोदो कुटकी, रागी उत्पादक कृषकों को भी लाभ मिलेगा
  • वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान ने MSP पर धान विक्रय किया था, यदि यह धान के बदले कोदो कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता लगाता है या वृक्षारोपण करता है, तो उसे प्रति एकड़ रू 10000 इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।
  • वृक्षारोपण करने पर तीन वर्षों तक इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।

राशि

  • बजट 2022-23 में रू. 6000 करोड़ की स्वीकृति
  • पिछले 2 वर्षों में ₹10,152 करोड़ किसानों को भुगतान।

छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन

आरंभ : 10 सितंबर 2021

उद्देश्य: किसानों को लघु धान्य फसलों की सही कीमत दिलाना, आदान सहायता देना, खरीदी की व्यवस्था, प्रोसेसिंग और विशेषज्ञों की विशेषज्ञता का लाभ दिलाना

कार्यान्वयन : 14 जिलों में (कांकेर, कोण्डागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, राजनांदगांव, गौरेला- पेण्ड्रा – मरवाही, कवर्धा, बलरामपुर कोरिया, सूरजपुर और जशपुर)

लाभ :

  • आदिवासी क्षेत्र के किसानों की आमदनी बढ़ेगी तथा छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान दिलाना
  • मिलेट के प्रसंस्करण, वेल्यू एडिशन से किसानों, महिला समूहों और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।

विशेष : इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च, हैदराबाद के साथ सहयोग और मार्गदर्शन हेतु (MOU) किया गया है।

प्रधानमंत्री स्वायल हेल्थ कार्ड वितरण योजना

आरंभ : वर्ष 2016-17 से प्रदेश में

उद्देश्य: सभी कृषकों को स्वायल हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराना 2 रू. में मिट्टी परीक्षण की सुविधा सभी किसानों को देना।

नाम परिवर्तन : भारत सरकार ने 2021-22 में स्वायल हेल्थ मैनेजमेंट योजना का नाम बदल कर भूमि पोषण अभियान कर दिया है। यह आगामी 5 वर्ष (2021-22 से तक क्रियान्वित की जायेगी।

चिराग योजना

CHIRAAG: Chhattisgarh Inclusive Rural and Accelerated Agriculture Growth

प्रारंभ: 24 नवंबर 2021 (कृषि मड़ई कार्यक्रम में)

उद्देश्य: जलवायु परिवर्तन के अनुसार उन्नत कृषि उत्तम स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से पोषण आहार में सुधार, कृषि और अन्य उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर कृषकों को अधिक-से-अधिक लाभ दिलाना

सहयोग : विश्व बैंक

विस्तार

  • 14 जिलों के आदिवासी विकासखण्डों में
  • बस्तर, कोण्डागांव, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, बलौदाबाजार-भाटापारा, जशपुर, मुंगेली

क्रियान्वयन

  • राज्य सरकार की सुराजी योजना के गौठानों को केन्द्र में रखकर
  • कृषि विकास, किसान कल्याण एवं जैव प्रौद्योगिक विभाग, इसके निदेशालयों के साथ-साथ कृषि निदेशालय, बागवानी निदेशालय, और कृषि वानिकी निदेशालय, पशु चिकित्सा सेवा निदेशालय तथा मत्स्य विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा।

बजट : बजट 2022-23 में 200 करोड़ रू. का प्रावधान है।

धरसा विकास योजना

प्रारंभ : 6 अक्टूबर 2020 (स्वामी आत्मानंद जी की जयंती) से

उद्देश्य: गांवों में खेतों तक पहुँचने के लिये सुविधाजनक पक्के रास्ते बनाने की योजना

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

प्रारंभ : प्रदेश में कृषकों की फसलों के बीमा हेतु खरीफ वर्ष 2016 से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है।

उद्देश्य : प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, चक्रवात, कीट और बीमारियों के कारण होने वाली फसल हानियों के लिए किसानों को बीमा कवरेज प्रदान करना है।

प्रीमियम :

  • खरीफ फसलों के लिए 2%
  • रबी फसलों के लिए 1.5%
  • हॉर्टिकल्चर फसलों के लिए 5%
  • शेष प्रीमियम राशि का भुगतान राज्य व केंद्र सरकार बराबर करेंगे।

पात्रता :

  • सभी श्रेणी के किसान
  • कर्ज लेने वाले किसानों के लिए अनिवार्य है,
  • अन्य किसानों के लिए स्वैच्छिक

प्रतिस्थापित : बीमा योजनाओं राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना एवं राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के स्थान पर लागू

उपलब्धि :

  • वर्ष 2020-21 में कुल 16.36 लाख कृषक बीमित
  • वर्ष 2021-22 में खरीफ मौसम में 15.61 लाख बीमा

क्षतिपूर्ति कब

  • बुआई नहीं हो पाने की स्थिति /बुआई का फेल हो जाना
  • फसल की अवधि में नुकासान होने की स्थिति में
  • स्थानीय अपदाओं के मामले में क्षति की स्थिति में
  • फसल कटाई के उपरांत खेत में सुखाने के लिए फैलाकर रखी हुई फसल में नुकसान होने की स्थिति में
  • फसल पैदावार के आधार पर व्यापक क्षति की स्थिति में

राष्ट्रीय कृषि बाजार- (e-NAM )

यह ऑनलाइन वेब पोर्टल है जो कि कृषिमंडियों को जोड़ता है ताकि किसानों को विभिन्न मंडियों पर प्रचलित दरों के बारे में पता चल सके।

उद्देश्य

किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य प्रदान करने के लिए ऑनलाइन पारदर्शी प्रतिस्पर्धी बोली प्रणाली बनाना है। कृषि उपज की खरीदी-बिक्री में कृषक और व्यापारियों के मध्य के बिचौलियों के हस्तक्षेप को कम करना

लक्ष्य : देश के 585 कृषि उपज मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ना

शामिल मडियां :

  • प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ की 5 मंडियों को जोड़ा गया, ये हैं- 1. राजनांदगांव, 2. कवर्धा, 3. कुरूद, 4. नवापारा, 5. भाटापारा
  • अब तक तीन चरणों में छत्तीसगढ़ के 14 कृषि उपज मंडियों को जोड़ा जा चुका है।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना

योजना के अंतर्गत राज्य में एक उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला, कृषि यंत्र परीक्षण प्रयोगशाला एवं कृषि प्रशिक्षण अकादमी की स्थापना की गई है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत निम्न अधोसंरचना विकास एवं कार्य किये जा रहे हैं ।

  1. बहुउद्देशीय कृषक सेवा केन्द्र की स्थापना कृषक सूचना सलाह केन्द्र की स्थापना
  2. टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला निर्माण
  3. शैलों ट्यूबवेल स्थापना

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना

प्रारंभ : भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015-16 से

उद्देश्य :

  • वर्षा जल संग्रहण व संचयन, सिंचाई स्रोतो का विकास,
  • सिंचाई पानी के बेहतर उपयोग एवं नगदी फसलों को बढ़ावा,
  • इस योजना का उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक क्षेत्रों में रवी एवं ग्रीष्मकालीन फसलें ली जा सकें।

अनुदान

  • 55% लघु एवं सीमांत वर्ग के कृषकों के लिए
  • 45% बड़े कृषकों को
  • अनुदान केन्द्र सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार मिलकर देते हैं।
  • शेष राशि की व्यवस्था हितग्राही स्वयं से या बैंक ऋण से करता है।

विशेष

भारत सरकार द्वारा चयनित 99 परियोजनाओं में राज्य से 3 शामिल

  1. केलो वृहद् सिंचाई परियोजना
  2. खारंग सिंचाई परियोजना
  3. मनियारी सिंचाई परियोजना

रेनफेड एरिया डेव्हलपमेंट (RAD )

इसका मुख्य उद्देश्य वर्षा आधारित क्षेत्रों में एकीकृत फसल पद्धति के माध्यम से कृषि को उत्पादकता वर्धक, टिकाऊ, लाभकारी एवं जलवायु अनुकूल बनाना है।

सतत् कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन (National mission for Sustainable Agriculture)

आरंभ : 2014-15

विभाग :

  • कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
  • वर्षा सिंचित क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए एकीकृत खेती, जल उपयोग दक्षता, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन और संसाधन संरक्षण के तालमेल पर ध्यान केंद्रित करते हुए NMSA को तैयार किया गया है।
  • आवंटित धन का 50% लघु एवं सीमांत कृषकों के लिए

उद्देश्य

  • कृषि को अधिक उत्पादक, टिकाऊ और लाभकारी बनाना,
  • उपयुक्त मृदा एवं नमी संरक्षण उपायों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना।
  • प्रति बूंद अधिक फसल प्राप्त करने के लिए जल प्रबंधन के उपयोग को अनुकूलित करना, इत्यादि उद्देश्य हैं।

NMSA के घटक

  • Rain fed Area Developmet : कृषि वानिकी पर उप-मिशन
  • राष्ट्रीय बांस मिशन
  • मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन
  • Climate Change and Sustainable Agriculture: Monitoring, Modeling and Networking.

हरित क्रांति विस्तार योजना

योजना का उद्देश्य : मुख्यतः धान एवं गेहूँ फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि वर्षा जल के संरक्षण, लघु सिंचाई तालाब, चेकडेम निर्माण भू-जल संवर्धन, उन्नत कृषि यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा देना।

14 जिलों में लागू : गरियाबंद, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, कांकेर, नारायणपुर, जगदलपुर,कोण्डागांव

हितग्राही की पात्रता : सभी श्रेणी के कृषक, परंतु लघु, सीमांत, अनु.जाति / अनु. जनजाति एवं महिला कृषकों को प्राथमिकता दी जाती है।

मिलने वाला लाभ :

  • चयनित जिलों में धान वृहद खण्ड प्रदर्शन का आयोजन।
  • बीज उत्पादन का कार्यक्रम।
  • नलकूप खनन पर अनुदान ।
  • उन्नत कृषि यंत्रों पर अनुदान
  • चेकडेम निर्माण : शासकीय भूमि पर 10% अनुदान।
  • लघु सिंचाई तालाब निर्माण
  • शासकीय भूमि पर 100% अनुदान

राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना

उद्देश्य : ग्रामीण अंचल के भूमिहीन परिवारों को आर्थिक सहायता देना

पात्रता : ऐसे परिवार जिनके पास खेती की जमीन नहीं है और वे मनरेगा या कृषि मजदूरी से जुड़े हैं।  धोबी, नाई, लोहार, और पुजारी आदि भी पात्र होंगे।

प्रावधान/ लाभ

  • ₹6000 वार्षिक सहायता राशि भूमिहीन कृषि मजदूरों को।
  • आगामी वर्ष से सहायता राशि बढ़ाकर 7000 किया जायेगा।
  • आदिवासियों के देवस्थलों पर पूजा करने वाले पुजारी/बैगा/गुनिया/ मांझी आदि शामिल हैं, को राज्य शासन द्वारा राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के अनुरूप लाभ दिया जायेगा।
  • 2020-21 में 3,54,513 भूमिहीन कृषि मजदूरों को 71 करोड़ 08 लाख की प्रथम किश्त का भुगतान किया गया है।
  • बजट 2022-23 में 200 करोड़ रू. का प्रावधान किया गया है।

राज्य पोषित सूक्ष्म सिंचाई योजना

यह योजना राज्य सरकार द्वारा सामान्य कृषकों को ड्रिप सिंचाई पर अनुदान देने के उद्देश्य से वर्ष 2013-14 से राज्य के संपूर्ण जिलों में लागू की गई है।

योजनांतर्गत अनुमानित लागत का लघु एवं सीमांत कृषकों को 70 प्रतिशत अनुदान एवं बड़े कृषकों को 50 प्रतिशत अनुदान दिये जाने का प्रावधान हैं।

 किसान क्रेडिट कार्ड योजना

1998-99 में यह योजना शुरू की गई. इसके द्वारा किसानों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड ने अल्पकालिक फसल ऋण देने में होने वाली लंबी प्रक्रिया को समाप्त कर दिया गया है.

उद्देश्य

  • फसल की खेती के लिए आवश्यक अल्पावधि ऋण की पूर्ति,
  • कटाई पश्चात के व्यय एवं उत्पाद विपणन ऋणों के लिए,
  • किसानों के उपभोग आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए.
  • कृषि उपकरणों एवं अन्य आस्तियों के रखरखाव एवं कृषि संबंद्ध अन्य गतिविधियों जैसे डेयरी, मछली पालन इत्यादि के लिए आवश्यक कार्यशील पूंजी की पूर्ति के लिए,

पात्रता

  • सभी किसान- वैयक्तिक /संयुक्त उधारकर्ता जो भूस्वामी खेतिहर, काश्तकार किसान, पट्टेदार, मौखिक पट्टेदार, शेयर बटाईदार एवं स्वयं सहायता समूह अथवा किसानों का संयुक्त देयता समूह.

छत्तीसगढ़ राज्य में जैविक ब्रांड 

राज्य के विभिन्न जिलों में जैविक उत्पादों का ब्रांडिंग कर विपरण किया जा रहा है ।

जिला ब्रांड 
बलरामपुरचांगरो राइस
सरगुजाबांसाझाल राइस एवं महामाया
कबीरधाममाइकल्स नेचर
मुंगेलीआगर जैव उत्पाद
राजनांदगावआरुग जैविक
धमतरीरूद्र ऑर्गेनिक
कोंडागांवपंचतत्व
दंतेवाड़ाआदिम ब्रांड एवं पंचतत्व
बस्तरबस्तर नेचुरल
रायगढ़केलो ब्रांड
दुर्गशिवनाथ ऑर्गेनिक
रायपुररायपुर ऑर्गेनिक
बालोदबालोद ऑर्गेनिक
जशपुरजशपुर एग्रोफ्ऱेश

छत्तीसगढ़ के प्रमुख फसलों का उत्पादन 

खरीफ फसल ( श्रोत – संचालनालय कृषि , छत्तीसगढ़ ) 

क्र (खरीफ) फसल 2019 पूर्ति(टन में) 2020 पूर्ति(टन में) वृद्धि/कमी%
1धान(चावल)7755.328946.3015
2मक्का664.62576.31-13
3अरहर61.4371.6617
4मुंग7.047.679
5uurud49.8056.3613
6मूंगफली65.1069.316
7सोयाबीन89.4251.92-42
8तिल12.7013.194
9रामतिल13.1410.46-20

रबी फसल ( श्रोत – संचालनालय कृषि , छत्तीसगढ़ ) 

क्र (रबी) फसल 2019 पूर्ति(टन में) 2020 पूर्ति(टन में) वृद्धि/कमी%
1ग्रीष्म धान ( चावल )665.68854.6728
2मक्का311.30313.561
3गेहू207.28368.2778
4चना114.99338.33194
5मटर20.3820.06-2
6तिवरा95.83122.7228
7राइ – सरसो66.0670.867
8अलसी13.4614.9711
9गन्ना189.68194.923

 

😀 😃नीचे में CG vyapam ADEO का पूरा सिलेबस दिया गया है इन्हे भी पढ़े😀 😃 👇

आजीविका

1.अर्थव्यस्था में कृषि की भूमिकाक्लिक करे
2.हरित क्रांतिक्लिक करे
3.कृषि में यंत्रीकरणक्लिक करे
4.कृषि सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियाक्लिक करे
5.कृषि सम्बंधित महत्वपूर्ण योजनाएक्लिक करे
6.राज्य के जैविक ब्रांडक्लिक करे
7.शवेत क्रांतिक्लिक करे
8.राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशनक्लिक करे
9.दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहानक्लिक करे
10.दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौसल योजनाक्लिक करे
11.आजीविका एवं ग्रामोद्योगक्लिक करे
12.ग्रामोद्योग विकास के लिए छत्तीसगढ़ शासन के प्रयत्नक्लिक करे
13.संस्थागत विकास- Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
15.आजीविका हेतु परियोजना प्रबंध सहकारिता एवं बैंकक्लिक करे
16.राज्य में सहकारिताक्लिक करे
17.सहकारी विपरणक्लिक करे
18.भारत में बैंकिंगक्लिक करे
19.सहकारी बैंको की संरचनाक्लिक करे
20.बाजारक्लिक करे
21.पशु धन उत्पाद तथा प्रबंधक्लिक करे
22.छत्तीसगढ़ में पशु पालनक्लिक करे
23.पशु आहारक्लिक करे
24.पशुओ में रोग-Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
25.मतस्य पालनक्लिक करे

 

ग्रामीण विकास की फ्लैगशिप योजनाओ की जानकारी

1.महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजनाक्लिक करे
2.महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की विशेषताएंक्लिक करे
3.सुराजी गांव योजनाक्लिक करे
4.स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजनाक्लिक करे
5.इंदिरा आवास योजना-Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
6.प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)क्लिक करे
7.प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनाक्लिक करे
8.मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजनाक्लिक करे
9.मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजनाक्लिक करे
10.श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशनक्लिक करे
11.अटल खेतिहर मजदूर बीमा योजनाक्लिक करे
12.आम  आदमी बिमा योजनाक्लिक करे
12.स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण)क्लिक करे
13.सांसद आदर्श ग्राम योजनाक्लिक करे
14.विधायक आदर्श ग्राम योजनाक्लिक करे
17.पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग की योजनाएक्लिक करे
19.निशक्त जनो के लिए योजनाएक्लिक करे
20..सामाजिक अंकेक्षण-Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
21.ग्रामीण विकास योजनाए एवं बैंकक्लिक करे
22.सूचना का अधिकार अधिनियम 2005क्लिक करे
21.जलग्रहण प्रबंधन : उद्देश्य एवं योजनाएक्लिक करे
22.छत्तीसगढ़ में जलग्रहण प्रबंधनक्लिक करे
23.नीरांचल राष्ट्रीय वाटरशेड परियोजनाक्लिक करे

 

पंचायतरी राज व्यवस्था 

1.पंचायती राज व्यवस्थाक्लिक करे
2.73 वाँ संविधान संशोधन अधिनियम 1992 : सार-संक्षेपक्लिक करे
 3.73 वाँ संविधान संशोधन के प्रावधानक्लिक करे
4.छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियमक्लिक करे
5.छत्तीसगढ़ में पंचायती राज व्यवस्था से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
6.ग्राम सभा से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
6.अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों के लिए विशिष्ट उपबंध  से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
7.पंचायत की स्थापना से सम्बंधित प्रश्न -Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
8.पंचायतों के कामकाज -संचालन तथा सम्मिलन की प्रक्रिया से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
10.ग्राम पंचायत के कार्य से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
11.पंचायतों की स्थापना, बजट तथा लेखा से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
12.कराधान और दावों की वसूली से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
13.पंचायतो पर निर्वाचन का संचालन नियंत्रण एवं उपविधियाँ से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
16.शास्तियाँ-Cg Vyapam ADEO Notes | Cg vyapam ADEO Book pdf Downloadक्लिक करे
17.14 वा वित्त आयोग से सम्बंधित प्रश्नक्लिक करे
18.15 वाँ वित्त आयोग क्या थाक्लिक करे

 

इन्हे जरूर पढ़े :-

👉छत्तीसगढ़ की मिट्टिया

👉छत्तीसगढ़ में नदियों किनारे बसे शहर

👉छत्तीसगढ़ में सिंचाई व्यवस्था

👉छत्तीसगढ़ का नदी परियोजना

👉छत्तीसगढ़ के नदियों की लम्बाई

Share your love
Rajveer Singh
Rajveer Singh

Hello my subscribers my name is Rajveer Singh and I am 30year old and yes I am a student, and I have completed the Bachlore in arts, as well as Masters in arts and yes I am a currently a Internet blogger and a techminded boy and preparing for PSC in chhattisgarh ,India. I am the man who want to spread the knowledge of whole chhattisgarh to all the Chhattisgarh people.

Articles: 1117

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *