राउत नाचा छत्तीसगढ़ Raut Nacha Chhattisgarh Raut Dance Chhattisgarh
1.राऊत नाचा- दीपावली के तुरंत बाद राऊतों द्वारा नृत्य का सामूहिक आयोजन किया जाता है।
2.वे समूह में सिंग बाजा के साथ गांव के मालिक जिनके वे पशुधन की देखभाल करते हैं, के घर में जाकर नृत्य करते हैं।
3.उनके लिए यह एक बडा वार्षिक पर्व है। स्थानीय लोगों को इसमें उत्साहित होने – का मौका मिलता है।
4.मालिक इन्हें 10-20 दिन तक काम से मुक्त कर देते हैं। इस बीच वे नाच-गाना का उत्सव करते – हैं।
5.देवउठनी, पुन्नी पूर्णिमा के दिन गायों को सोहई बांधते है व अपने सुमधुर कंठ से मालिक की सुख-समृद्धि की कामना कर दोहा कहते हैं।
जइसन तुम लिही दिही, तइसन देबो असीस।
अन्नधन भंडार भरे, तुम जियो लाख बरीस।।
6.इस समय राऊतों के विशिष्ट परिधान देखते ही बनता है। बिलासपुर में होने वाले राऊत नृत्य प्रतियोगिता ने तो अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध पा ली है।