राजनांदगाव जिले की जानकारी | Rajnandgaon Jile ki Jankari

Share your love
Rate this post

राजनांदगाव जिले की जानकारी | Rajnandgaon Jile ki Jankari

राजनांदगांव जिले में प्रचलित संस्कृति छत्तीसगढ़ की है। ‘छत्तीसगढ़ी’ स्थानीय भाषा है जिसे इस क्षेत्र के अधिकांश लोग प्यार से स्वीकार करते हैं।

छत्तीसगढ़ की संस्कृति अपने आप में बहुत समृद्ध और दिलचस्प है। ‘बैगास’ (पारंपरिक चिकित्सा व्यवसायी) बीमारियों और सांपों के काटने आदि को ठीक करने के लिए अपने तरीके (जिसे झाड फ़ूक कहते हैं) लागू करते हैं जीने की।

इस संस्कृति में संगीत और नृत्य की अनूठी शैलियाँ हैं। राउत नाचा, देवर नाचा, पंथी और सोवा, पादकी और पंडवानी कुछ संगीत शैली और नृत्य नाटक हैं।

Best Cloth Shop in Rajnandgaon : Raj Textiles Rajnandgaon

पंडवानी इस क्षेत्र में महाभारत गायन का एक प्रसिद्ध संगीतमय तरीका है। इस विशेष संगीत शैली को प्रसिद्ध तीजन बाई और युवा रितु वर्मा ने लाइम लाइट में लाया है। रंगीन कपड़े और विभिन्न प्रकार के गहने देश के इस हिस्से की महिलाओं और पुरुषों द्वारा पहने जाते हैं।

महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न सजावटी वस्तुएं हैं- बांधा,, सुता ’,’ फूली ’,’ बाली ’और खूंटी, आंटी’, पट्टा, चूरना, कमरधनी, कमर पर पँछी, ऊपरी बांह के लिए एक अंगूठी और पैरों में बिछिया पहनी हुई। पुरुष भी नृत्य जैसे अवसरों के लिए कौंधी और कढ़ा के साथ खुद को सजाते हैं।

गौरी-गौरा, सुरती, हरेली, पोला और तीजा इस क्षेत्र के प्रमुख त्योहार हैं।  सावन ’की हरियाली के महीने में मनाया जाने वाला हरियाली का प्रतीक है।

किसान इस अवसर पर कृषि उपकरण और गायों की पूजा करते हैं। वे खेतों में हल  भेलवा ’(काजू के पेड़ से मिलता-जुलता पेड़ और इस जिले के जंगलों और गांवों में पाया जाने वाला पेड़) की शाखाएँ और पत्तियाँ लगाते हैं और अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं। मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए लोग इस अवसर पर घरों के मुख्य द्वार पर छोटी नीम की डालियाँ लटकाते हैं।

Best Cloth Shop in Rajnandgaon : Raj Textiles Rajnandgaon

बच्चे हरियाली से लेकर पोला तक गेड़ी (बांस पर चलना) खेलते हैं। वे गेड़ी  पर विभिन्न करतब दिखाते हैं और गेड़ी  दौड़ में भाग लेते हैं। हरेली इस क्षेत्र में त्योहारों की शुरुआत भी है।

पोला और तीजा हरेली का अनुसरण करते हैं। लोग बैल की पूजा करके पोला मनाते हैं। बुल रेस भी त्योहार का एक प्रमुख कार्यक्रम है।

बच्चे नंदिया-बेल (भगवान शिव की नंदी वंहा) की मिट्टी से बनी मूर्तियों से खेलते हैं और मिट्टी के पहियों से सुसज्जित होते हैं। तीज महिलाओं का त्योहार है।

Best Cloth Shop in Rajnandgaon : Raj Textiles Rajnandgaon

सभी विवाहित महिलाएं इस अवसर पर अपने पति के कल्याण के लिए प्रार्थना करती हैं। रिवाज है कि यह प्रार्थना महिलाओं के माता-पिता के स्थान पर की जाए। छत्तीसगढ़ संस्कृति के हर त्योहार और कला में एकरूपता और सामाजिक समरसता की भावना भरी हुई है।

राजनांदगांव जिले के प्रमुख पुरातात्विक और पर्यटन स्थल

क्र,

पुरातात्विक एवं पर्यटन स्थलस्थान

विशिष्टता

राजनांदगांव शहर से दूरी (कि.मी.में)
1शिव मन्दिरगंडई (टिकरी पारा)शिव मंदिर भूमिज में पूर्वाभिमुखी निर्मित है । यह मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से उच्चकोटि का है । इस मंदिर का निर्माण 13-14 वीं शताब्दी में किया गया था ।74 किलोमीटर उत्तर दिशा में
2शिव मंदिर (नव उत्खनित)घटियारीस्थापत्य कला की दृष्टि से मात्र-अधिष्ठान तथा गर्भगृह शेष है । इस मंदिर का निर्माण 11-12 वीं शताब्दी में किया गया था ।79 किलोमीटर
3नर्मदा कुंडनर्मदायह प्राकृतिक जल स्त्रोत (जल कुंड) है । मराठा कालीन पंचायतन शैली का मंदिर है ।62 किलोमीटर
4मण्दीप खोलठाकुरटोलायहां प्राकृतिक गुफा एवं पानी का स्त्रोत है ।85 किलोमीटर
5डोंगरेश्वर महादेवजंगलपुरधरातल से लगभग 100 फीट नीचे प्राकृतिक गुफा एवं चट्टानों से वर्ष भर पानी प्रवाहित होता रहता है ।65 किलोमीटर
6इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालयखैरागढ़यह भारत का एक मात्र संगीत एवं ललित कला का विश्वविद्यालय है एवं पुरातत्व संग्रहालय भी स्थापित है ।39 किलोमीटर
7जगन्नाथ मंदिरपांडादाहयह राजनांदगांव रियासत कालीन बैरागी राजाओं की राजधानी थी । यहां प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर स्थापित है ।47 किलोमीटर
8बम्लेश्वरी मंदिरडोंगरगढ़पहाड़ी में स्थित बगुलामुखी (बम्लेश्वरी) मंदिर है । शारदीय एवं वासंतीय नवरात्री में भव्य मेला आयोजित किया जाता है ।40 किलोमीटर
9रियासत कालीन महलराजनांदगांवयहां रियासत कालीन भव्य महल है जिसमें वर्तमान में शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय संचालित है । महल के पार्श्व भाग में त्रिवेणी संग्रहालय स्थापित है तथा महल सरोवर से आवृत है ।0 किलोमीटर
10प्राकृतिक गुफाअम्बागढ़ चौकीयह स्थान अम्बागढ़ चौकी तहसील मुख्यालय से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । यहां प्राकृतिक गुफा एवं झीलुनमा तालाब है ।40 किलोमीटर
11पुरातत्व संग्रहालयराजनांदगांवराजनांदगांव जिले में गठित पुरातत्व संघ की स्थापना 31/08/1977 में हुई, जिनका पंजीयन क्रमांक 44, दिनांक 07/08/1980 है । राज्य में गठित पुरातत्वीय संस्थाओं में एक वरिष्ठ संस्था है । आयुक्त, पुरातत्व एवं संग्रहालय तात्कालीन मध्य प्रदेश शासन द्वारा अनुमोदित, निर्देशित एवं अनुदान प्राप्त एक महत्वपूर्ण संगठन है । 0 किलोमीटर
12मुक्ति बोध परिसरराजनांदगांवजिले में पले बढे राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त साहित्यकार स्व. सर्व श्री गजानन माधव मुक्तिबोध, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी एवं बल्देव प्रसाद मिश्र के होने के पश्चात भी साहित्य के क्षेत्र में अभी तक यह क्षेत्र पूर्णतः उपेक्षित था । दिग्विजय महाविद्यालय के समीप स्थित प्रसिद्ध भूलन बाग को त्रिवेणी परिसर के रूप में विकसित किया गया, जिसकी वर्तमान में सौदर्य देखते ही बनती है । इतना रमणीक स्थान प्रदेश में तो क्या राज्य के गिनती के शहरों में होंगे, जहां दो-दो तालाब से घिरा हुआ भू-खंड पृष्ठ भाग ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाने वाला मुक्ति बोध परिसर स्थापित किया गया है 0 किलोमीटर
13त्रिवेणी संग्रहालयराजनांदगांवत्रिवेणी संग्रहालय के उपरी मंजिल पर तीन खंड है । उसका उत्तरी खंड जहां मुक्तिबोध जी रहा करते थे । उनकी साहित्य साधना का स्थान और घुमावदार सीढ़ी जिसका उल्लेख उन्होंने अपनी रचनाओं में की है इसी उत्तरी खंड में है । 0 किलोमीटर

राजनांदगाव में घूमने के लिए पर्यटक स्थल :-

  1. पाताल भैरवी मंदिर 
  2. मनगटा वन्य जीव पार्क 
  3. खारा रिज़र्व वन 
  4. माँ बम्लेश्वरी मंदिर 
  5. खरखरा डैम 

कैसे पहुंचे राजनांदगाव 

रेल मार्ग से:-

राजनांदगांव शहर मुंबई-हावरा मुख्य रेल मार्ग में स्थित है । राजनांदगांव से भारत के अन्य बड़े शहरों ( जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलोर, अहमदाबाद, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई इत्यादि ) के लिए रेल गाड़ी पकड़ी जा सकती है ।

सड़क मार्ग से:-

राजनांदगांव शहर राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 6 पर स्थित है । यह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से मात्र 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही नागपुर (महाराष्ट्र) से इसकी दूरी 212 किलोमीटर है ।

हवाई जहाज से:-

राजनांदगांव शहर से सबसे नज़दीक का हवाई अड्डा स्वामी विवेकानंद अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा, माना , नया रायपुर है जो यहां से महज 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।

Question & Answer for Rajnandgaon

Que1:- What was the old name of Rajnandgaon ?

Ans:- Originally known as Nandgram, Rajnandgaon State was ruled by Somvanshis, Kalachuris of Tripuri and Marathas.

Que2:- How can I reach Rajnandgaon ?

Ans:- There is no regular trains to Rajnandgaon from other major cities of the country. The nearest Railway station is at Durg which is located at a distance of 28kms.

Oue3:- Who is the collector of Rajnandgaon ?

Ans:- Shree Bhim singh

Ques4:- What is the Rajnandgaon PIN code ?

Ans:- 491441

Que5:- which is the oldest temple of Rajnandgaon ?

Ans:- Bhoramdev Temple

इन्हे भी जरूर पढ़े :-

Best Cloth Shop in Rajnandgaon : Raj Textiles Rajnandgaon

👉छत्तीसगढ़ राज्य संरक्षित स्मारक

👉छत्तीसगढ़ के प्राचीन स्थानों-शहरो नाम

👉छत्तीसगढ़ के अभ्यारण्य

👉छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय उद्यान

👉टाइम्स स्क्वायर ,नया रायपुर

Share your love
Rajveer Singh
Rajveer Singh

Hello my subscribers my name is Rajveer Singh and I am 30year old and yes I am a student, and I have completed the Bachlore in arts, as well as Masters in arts and yes I am a currently a Internet blogger and a techminded boy and preparing for PSC in chhattisgarh ,India. I am the man who want to spread the knowledge of whole chhattisgarh to all the Chhattisgarh people.

Articles: 1117

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *