अंतरिक्ष में किये गये प्रयोगों के निष्कर्ष हमें पृथ्वी पर उपयोगी कैसे सिद्ध हो सकते हैं? जबकि पृथ्वी पर निर्वात की अवस्था नहीं होती और गुरुत्वीय बल भी मौजूद होता है
पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में मौजूद अत्यल्प गुरुत्वीय बल वनिर्वात- समान परिस्थिति पृथ्वी पर नहीं होती। इस कारण अंतरिक्ष कार्यक्रम में हो सकने वाले प्रयोग धरती पर नहीं किये जा सकते।
इनसे नयी मिश्र धातु, पूर्णरूप से शुद्ध मिश्रण व दवायें तैयार की जा सकती हैं। अंतरिक्ष में विशाल प्रतिक्षेपक रखकर सौर ऊर्जा का निर्माण कर उसे माईक्रोवेव द्वारा पृथ्वी पर लाया जा सकता है।
इसके अलावा अत्यल्प गुरुत्वीय बल की स्थिति में रहने का अभ्यास भविष्य की अंतरिक्ष बस्तियों के लिये उपयुक्त साबित हो सकता है।