छत्तीसगढ़ी अनेकार्थी शब्द | छत्तीसगढ़ी एक शब्दों के लिए अनेक शब्द chhattisgarhi anekarthi shabd ke anek shabd

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छत्तीसगढ़ी अनेकार्थी शब्द | छत्तीसगढ़ी एक शब्दों के लिए अनेक शब्द Chhattisgarhi anekarthi shabd ke anek shabd

छत्तीसगढ़ी अनेकार्थी शब्द | छत्तीसगढ़ी एक शब्दों के लिए अनेक शब्द chhattisgarhi anekarthi shabd ke anek shabd

  •  ताक:- 1.पठेरा, आला 2. प्रतीक्षा।
  • तिपाई – 1. तीन पइया 2. गरम होन की क्रिया
  • तीर 1. पास, नजदीक 2. किनारा 3. खींचों
  • तुतरू- 1. मलीन, खिन्न। 2. बाजा
  • धवना 1. पानी के बर्तन रखने के लिए बनाया गया
  • गोला घेरा। 2. बीज बोने के लिए बनाया हुआ घेरा।
  • दॉदर- 1. जमीन का फटा हुआ भाग। 2. एक मछली का नाम।
  • दरूहा- 1. झुण्ड, समुदाय। 2. शराबी, बेवड़ा ।
  • दारी – 1. पारी, पाही । 2. वेश्या 3. के द्वारा।
  • दुक्की – 1. ताश की दुग्गी 2. दो रूपए का नोट
  • दुहना 1. गाय, भैंस से दूध निकालना। 2. दूध दुहने का पात्र ।
  • दूधभात देना। 1. दूध में डुबा भात। 2. खेलों में छुट
  • दौरा – 1. कर्मचारी का गाँव गाँव घूमना। 2. किसी बीमारी का दौरा पड़ना । ●
  • दौरी – 1. बाँस की बनी टोकरी। 2. मिसाई के लिएबनी रस्सी की दौरी जिसमें बैल फॉदते है।
  • धुँवाना – 1. टाल मटोल करना। 2. गायों का सॉड के साथ भागना।
  • धार- 1. पानी की धारा । 2. चाकू की धार । •
  • धोना- 1. साफ करना 2. जानवरों को नहलाना 3. पशुओं को रगड़ने के लिए पैरा का मुठिया
  • नंदिया 1. नदी, सरिता 2. बैल, नंदिया, साँड़
  • नजर- 1. दृष्टि। 2. जादू टोना ।
  • नटई – 1. गाय, बैलो के पैर में बांधी जाने वाली लकड़ी की शाखा, गोड़ाएत । 2. मुकरना, नट देना ।
  • नरी- 1. बुनकरों का औजार 2. गला, ग्रीवा, गर्दन
  • नागिन – 1. सर्पिणी 2. छेने का प्रकार (कंडा), बैंठ
  • नारी 1. स्त्री । 2. कलाई, हाथ की कलाई – •
  • नास – 1. सूँघनी, तम्बाखू 2. नष्ट नाश। 3. नागर के लोहे की नोख ।
  • निसान – 1. एक चर्म वाद्य 2. चिन्ह, निशान, पहचान ●
  • नींक – 1. शुध्द, पवित्र । 2. सुहावना, मनभावन ।
  • पंदोली -1. पीछे से सहायता करना 2. खीरा, तुरई के मुख के पास का कडुवा भाग।
  • पठवा – 1. शराब की मात्रा का संकेत 2. चौथाई

हिस्सा, पाव पौवा । 3. हाथ चक्की का हत्था । 4. गेंड़ी

का पउवाँ ● पकति

1- 1. निसेनी की आड़ी लकड़ी। 2. पसली, छाती की हड्डी । पकला – 1. पक हुआ। 2. शारिरिक बुढ़पा लिए हुए

पचरंगा – 1. एक फूल का पौधा। 2. एक खेल का

नाम 3. पाँच रंगों का मेल।

  • ‘पटवा – 1. एक जाति 2. एक भाजी का नाम ।
  • पट्टा- 1. गाड़ी का पट्टा 2 चमड़े का पट्टे।
  • पटाना – 1. जमा करना। 2. तय करना ।
  • पटिया 1. माथे का स्वर्णाभूषण। 2. घर के उपर की मोटी, लम्बी लकड़ी।
  • पत्ती – 1. पत्ते 2. साझेदारी, साझा। 3. ब्लेड ।
  • पना – 1. चमकीला कागज। 2. दूध में आम का रस डालकर बनाया गया पेय पदार्थ ।
  • पनिहा 1. पानी भरने का घड़ा। 2. पानी रखने का थौना 3. पानी मिश्रित ।
  • परचा- 1. जमीन संबंधी परची 2. परीक्षा का प्रश्न पत्र ।
  • परछो- 1. प्रमाण परीक्षा राज, रहस्य परवा 1. छप्पर छानही। 2. परवाह, चिन्ता

पर्रा- 1. सफेद, सादा, धते, धवल, पॅड्रा 2. बॉस का

बना चौड़ाई वाला परातनुमा पर्रा

● पल्ला 1. घोड़े की एक चाल। 2. लकड़ी का पला

पहर 1. पहाड़, पर्वत । 2. प्रहर, याम • पहार 1. पहाड़ पर्वत। 2. कठिन, क्लिष्ट

● पहिरन 1. पहनावा, परिधान 2. योनि

पहेटना – 1. निर्विघ्र खाना. 2. काम निपटाना

परिया- 1. परती खाली जमीन 2 शासनकाल,

कार्यकाल

पाँच भतारी 1. पाँच पत्तियों वाली 2. द्रौपदी पाटी – 1. खाट की लम्बी लकड़ी 2. खपरे की एक किस्म 3. सिर की मॉघ, केश सज्जा । पूजा 2.

● पारथी मिट्टी की बनी शिव लिंग की – शिकारी

• पालक – 1. भाजी 2. पोषक पालने वाला।

पिलवा 1. छोटा बच्चा, शावक । 2. पिलाने को

कहना।

पीला – 1. पिल्ला शावक 2. पीले रंगा का, पील पिलवा कहना। – 1. छोटा बच्चा, शावक। 2. पिलाने को • पुतरी 1. चित्र 2. सोनी की मुहर 3. गले का

स्वर्णाभूषण

● पूजा – 1. पूजा अर्चना। 2. बलि देना। पूरना – 1. पूरा करना 2. बनाना (चौंक, रंगोली

आदि)

● पेरना 1. रस निकालना, तेल निकालना

1

2. कष्ट देना, सताना, दुख देना।

● पोंगा – 1. नई कोपलें 2. मुर्ख 3. मंदबुध्दि, भोला

● पोतिया- 1. कोसे की धोती। 2. लहसुन की पोती • पोथी- 1. पुस्तक, पुराण, ग्रन्थ 2. तालाब के कंद ● पोर- 1. संधी, जोड़ गाँठ 2. हिस्सा, टुकड़ा । पोहरा – 1. गॉठ वाला 2. मिट्टी के छोटे छोटे बर्तन • पोरा- 1. पोरा त्यौहार 2. मिट्टी के छोटे छोटे बर्तन ● पोल – 1. छिद्र, छेद 2. कमज़ोरी, गुप्त रहस्य राज ● पोसाना- 1. लाभ न होना। 2. पोषित होना, पालित

होना। पोहना – 1. मन को अच्छा लगना। 2. मवेशियों की

जूं निकालना। 3. जूं निकालने की लोहे की कंघी। *● फरियाना 1. साफ पानी में नहाना, कपड़े धोना 2. बात स्पष्ट करना।

● फरी – 1. स्वच्छ साफ, निर्मल 2. लोहे की ढाल।

फुंचरा 1. साड़ी की छोर, किनारा। 2. बात करने का एक बहाना।

फुलोना- 1. भिगोना, गीला करना। 2. चने के झाड़ पर चढ़ाना। फुट- 1. एक खरबूजा जैसे बड़ा फल। 2. आपसी फुट,

मतभेद। 3. बारह इंच का ।

फुल- 1 अस्थि, हड्डी 2. कीड़े फंट- 1. एकता, एकमत। 2. पैरा का बैंठ। ● फेर – 1. परिमित 2. दौरी का घेरा 3. फिर 4.

परिवर्तन 5. त्रिज्या |

● फोंक – 1. नई कोपलें। 2. झूठमूठ । फोरना- 1. स्पष्ट करना 2. टुकड़ो में विभाजित करना । बठरहा – 1. पागल 2. पुराना, उपयोग में लाया हुआ। बठली- 1. बावली, पगली। 2. सुरक्षित ढँका हुआ

कुआँ । ● बांचना

1. पढ़ना 2. बच जाना ।
[9:54 pm, 04/06/2022] Rajveer: बाँटी- 1. बच्चे के कंचे गोल बॉटी 2. कंडे की आग

से सिकी बॉटियाँ। बॉबी- 1. एक मछली 2. सॉप का बिल 3. टीला ● बजनी 1. वजनदार। 2. आवाज करने वाला जूता • बर – 1. दूल्हा 2. बरगद का वृक्ष। बरदाना – 1. बरदाना, बोरा 2. गर्भधारण करना बरन – 1. लाल मिट्टी 2. वर्ण, रंग के जैसे। 3. भागवत महापुराण में पूजा पाठ करने वाला बरूवा – 1. सदस्य 2. ब्रतबंध, यज्ञोपवीत । • बाई- 1. स्त्रिीयों को संबोधन 2. लकवा, निमोनिया बानी- 1. आदत, स्वभाव, प्रण 2. बोल, मातृभाषा ● बिनउला 1. कपास का बीज 2. बीनने का काम ● बिसराना – 1. दर्द करना, कसक होना। 2. भूल जाना, बिसर जाना। • बीज- 1. बीज 2. वीर्य, अंश । • बेरबेर- 1. बार-बार 2. छोटे बछड़े की आवाज ● बैसकी सहायक 1. गाड़ा गाड़ी की डाड़ के नीचे लगी ● बोड़ी – 1. कर्ज ऋण। 2. कपास की डोंडी। ● बोरना – 1. भात में पानी डालना। 2. कर्ज का वापस जाति भर्रा- 1. तास का एक खेल। 2. अव्यवस्थित

बॉस – 1. लकड़ी 2. एक वाद्य। बाँह 1. भुजाएँ 2. खेत जोतने की खेप । बेंगची – 1. मेंढ़की 2. एक चर्म रोग 3. एक पौधा बेंठ – 1. हत्था 2. गाड़ी गाड़ा के पहिए की बेंठ बउराए – 1. उपयोग किया हुआ 2. बावरा, पागल बकेना – 1. बछड़े का बड़ा हो जाना। 2. बकने वाला। बगई 1. एक घास जिससे रस्सी बनाई जाती है। 2. एक उड़ने वाला कीड़ा जो पशुओं के शरीर में रहता है।

बड़ा – 1. उड़द दाल की पीठी का बड़ा। 2. पिता के बड़े भईया। 3. मॉ का जीजा । • बड़ी – 1. उड़द दाल की बड़ी। 2. मॉ की बड़ी बहन।

(पनही) 2. मल्लयुध्द । ● बतराना बतरवाना 1. बातचीत करना 2. दूसरों से खेत

बायसठ – 1. सोडा 2. साठ और दो (एक संख्या) ● बारी- 1. कोला बाड़ी, बगीचा। 2. कर्णाभूषण, सोने की बाली। 3. पाली। बाहरी – 1. झाडू 2. बाहर का। 2. अधिक बीज वाला.

बेंड़ी- 1. दरवाजे की साँक 2. लोहे की बेली • बेर- 1. देरी, विलम्ब 2. एक खट्टा मिठा फल

बेलदा – 1. खेतों में पायी जाने वाली तीव्र गंध वाली घास। 2. झूठा, बातूनी, वाचाल । बेला- 1. ताकत भर फेंकना 2. दोनो हाथों को फैलाने से जितनी लम्बाई हो। 3. वायलिन (एक तार वाद्य)

करने से इंकार करना। 3. डुबाना। बोरा – 1. बारदाना 2. बोरे, पानी में डूबा हुआ भात।

● बोहाना – 1. बहना, प्रवाहित होना 2. भार सौंपना 3. किसी के सिर पर बोझा उठाकर रखना। भंगी- 1. भंगेड़ी, भांग पीने वाला। 2. महेत्तर।

भँवर – 1. भ्रमर, भौरा। लट्टू । भँवरी- 1. भ्रमरी 2. सप्तपदी 3. सिर पर की भौंरी 4.

तेज धारा की भँवर (भँवना) ● भॉवर – 1. सात फेरे 2. सप्तपदी 3. मधुमक्खी की

● भतहा – 1. भात पकाने का बर्तन 2. भात खाने वाले समधी

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Rajveer Singh
Rajveer Singh

Hello my subscribers my name is Rajveer Singh and I am 30year old and yes I am a student, and I have completed the Bachlore in arts, as well as Masters in arts and yes I am a currently a Internet blogger and a techminded boy and preparing for PSC in chhattisgarh ,India. I am the man who want to spread the knowledge of whole chhattisgarh to all the Chhattisgarh people.

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