छत्तीसगढ़ के सरकारी योजनाए | Chhattisgarh ke Sarkari Yojnaye 2021 मोर जमीन मोर मकान योजना :- शहर में रहने वाले गरीब परिवारों को उनके ही जमीन पर आवास का नव निर्माण करने में सहायता दी जायेगी। यह योजना राज्य के 168 निकायों में लागू होगी। मुख्यमंत्री बाड़ी – बांस योजना :- राज्य सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बांस के उत्पादन को अधिक करने के लिए बाड़ी-बांस योजना की शुरूआत गयी है। ई-डिस्ट्रिक्ट योजना (चॉइस 2.0 ) :- शासन के दस्तावेज की जानकारी उपलब्ध कराना। इस परियोजना की कार्य प्रतिभा इलेक्ट्रानिक तरीके से की जाती है। अटल विहार योजना :- 5 हजार से अधिक आबादी वाले शहर व गाँवों में जहाँ कुटीर उद्योग हो उनके आस पास के क्षेत्रों में आवास उपलब्ध करना . राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन “बिहान” योजना :- प्रारंभ लक्ष्य > 1 अप्रैल 2013 उद्देश्य इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को स्वरोजगार की अवसर प्रदान कर गरीबी को दूर करना है। 104 आरोग्य सेवा योजना :- प्रारम्भ :- 23 सितम्बर 2013 लक्ष्य:- कॉल सेन्टर के माध्यम से विभिन्न स्तरों के रोगियों को चिकित्सा सुविधा देना। उद्देश्य:- स्वास्थ्य संबंधित जानकारी और शिकायत विवरण जैसी सुविधा निःशुल्क प्रदान करना। जननी सुरक्षा योजना :- प्रारम्भ :- 2005 से प्रारंभ | लक्ष्य:- 102 महतारी एक्सप्रेस उद्देश्य:- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना। मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर में कमी लाना। अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को राशि प्रदान किया जाना , ग्रामीण महिला 1400 रू. राशि, शहरी महिला 1000रू. राशि। जननी शिशु सुरक्षा योजना :- प्रारम्भ :-15 अगस्त 2011 उद्देश्य:- गर्भवती महिलाओं और जन्म से एक माह तक के शिशु को स्वास्थ्य सुविधा देना। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना :- प्रारम्भ :- 2005-2006 से प्रारंभ। लक्ष्य :- सादगीपूर्व विवाहों को बढ़ावा देकर, विवाह के फिजुल खर्च को कम करना। उद्देश्य:-निर्धन परिवारों को कन्या के विवाह के लिए आर्थिक सहायता 15 हजार तक की राशि दी जाती है। चिरायु योजना :- प्रारम्भ :- 2014 लक्ष्य ;- 0 से 18 वर्ष के बच्चों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण करना। उद्देश्य :- इस योजना के तहत कुल 30 बीमारियों को प्रमुखता दी गई है। फुलवारी योजना :- उद्देश्य :- 0 से 3 आयु वर्ग के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराना। सक्षम योजना :- प्रारम्भ :- 2009-10 से प्रारंभ | उद्देश्य :- 35 से 45 वर्ष वाले विधवा, तलाकशुदा और अविवाहित महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय आरंभ करने में सहायता देना । 1 लाख तक का ऋण दिया जा रहा है। नवा बिहान योजना :- उद्देश्य :- घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाओं को संरक्षण विधिक परामर्श चिकित्सा आश्रम की सुविधा प्रदान करना।छत्तीसगढ़ महिला कोष :- प्रारम्भ :- 2 फरवरी 2002 उद्देश्य :- छ.ग. महिला कोष द्वारा महिला स्व सहायता समूहों को आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराना। महतारी जतन योजना :- प्रारम्भ :- मई 2016, सलगंवाकला, सोनहट (कोरिया) से शुरूआत। उदेस्य :- गर्भवती महिलाओं को कुपोषण मुक्त कराना। आँगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार व गर्म भोजन दिया जायेगा। मुख्यमंत्री अमृत योजना :- प्रारम्भ :- 29 अप्रैल 2016, सुकमा जिला से शुरूआत। लक्ष्य :- 3 से 6 वर्ष के बच्चों को कुपोषण मुक्त कराना। उद्देश्य :- आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को सुगंधित व मीठा दूध वितरण करना। वन स्टॉफ सेंटर सखी योजना :- प्रारम्भ :- 16 जुलाई 2015 लक्ष्य :- 181 (हेल्प लाईन नं.) सखी वन स्टाफ सेंटर शाकम्बरी योजना :- लघु सीमांत कृषको को नल कूप एवं पम्प निर्माण के लिए अनुदान प्रदान करना। किसान समृद्धि योजना :- लक्ष्य :- वृष्टि छाया क्षेत्र में अकाल की स्थिति में निर्धारण करना। उद्देश्य :- वृष्टि छाया जिले के 25 विकासखण्ड और 85 आदिवासी विकासखण्ड में लागू। इंदिरा खेत योजना :- सूखे से निजात हेतु सिंचाई पम्प की स्थापना। कृषक जीवन ज्योति योजना :- उद्देश्य :- 5 HP तक सिंचाई पम्पों को बिजली प्रदान करना। भूईयां योजना :- किसानों को कम्यूटरीकृत भू-अभिलेख एवं नक्शा खसरा प्रदान । किसान तरक्की योजना :- लक्ष्य :- मरहान जमीनों पर सामुहिक रूप से साग-सब्जी की खेती शुरू करवाना। उद्देश्य :- इस योजना के तहत् दंतेवाड़ा जिले के दस गांव के लगभग 1 हजार एकड़ मरहान जमीनों को विकसित कर सब्जी-भाजी की खेती किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ युवा सूचना क्रांति योजना :- प्रारंभ:- 2012 उद्देश्य:-युवाओं में सूचना क्रांति को बढ़ावा देना इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को लैपटॉप स्नातक, स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को निःशुल्क टेबलेट प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ सूचना शक्ति योजना :- प्रारम्भ :- 2005 उद्देश्य :- बालिकाओं में कम्प्यूटर शिक्षा को बढ़ावा मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना :- प्रारम्भ :- 2014 नक्सल हिंसा से पीड़ित क्षेत्रों में शिक्षा का विस्तार। इन्द्रा हरेली सहेली योजना :- उद्देश्य :- अनुपयोगी भूमि पर फलदार वृक्ष लगाने हेतु सामाजिक वानिकी योजना :- लक्ष्य :- गांव के आस पास के वातावरण को हरियाली करना। गांव व समाज के लोगों द्वारा फलदार वृक्ष लगाया जाना। दिव्यांगजनों के लिए निरामया बीमा योजना :- लक्ष्य:- दिव्यांगजनों के लिए बहुविकलांगता से पीड़ित दिव्यागंजनों के लिए एक-एक लाख रू. दिये जाने का प्रावधान रखा गया है। उद्देश्य:-निरामया योजना को मुख्य रूप से बलरामदास टंडन और डॉ. रमन सिंह ने शुरूआत किया। मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना :- उद्देश्य:- 0 से 15 वर्ष तक के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाता है। मुख्यमंत्री एल.ई.डी लैम्प वितरण योजना :- लक्ष्य:- गरीब परिवारों को निःशुल्क एलईडी बल्व प्रदान करना। उद्देश्य बीपीएल परिवार को 3-3 एलईडी बल्ब निःशुल्क प्रदान । एपीएल परिवार को 10 नग एलईडी बल्ब प्रदान करना, प्रति बल्ब 85 रु. है। बस्तर नेट योजना :- लक्ष्य:- बस्तर संभाग को नेटवर्क से जोड़ना। राज्य सरकार बस्तर में यह डिजिटल हाइवे होगा। 40 करोड़ लागत, 832 km तक बिछेगी। इन्हे भी जरूर पढ़े :-
👉 छत्तीसगढ़ के खेल पुरस्कार
👉 छत्तीसगढ़ के काव्य गद्य
👉 छत्तीसगढ़ में जेल प्रशासन
👉 छत्तीसगढ़ में संचार
👉 छत्तीसगढ़ में शिक्षा स्कूल विश्वविद्यालय