छत्तीसगढ़ के काव्य गद्य | Chhattisgarh Ke Kavya Gadhya
1726 ई. के कल्चुरियों के अंतिम राजा अमर सिंह के आरंग अभिलेख को छत्तीसगढ़ी गद्य का प्रथम स्वरूप माना जाता है।
साहित्यकारों का तीर्थ स्थल “बालपुर” को कहते हैं।
- छ.ग. के प्रथम कहानीकार >बंशीधर पाण्डे (हीरू के कहनीज)
- छ.ग. के प्रथम उपन्यासकार >शिव शंकर शुक्ल (दियना के अंजोर)
- छ.ग. के प्रथम नाटककार > लोचन प्रसाद पाण्डे (कलिकाल 1905)
- छ.ग. के प्रथम निबंधकार > केयूर भूषण (रांडी ब्राम्हण के दूरदशा)
- छ.ग. के प्रथम इतिहासकार > बाबू रेवा राम (विक्रम विलास)
- छ.ग. के प्रथम खण्ड काव्यकार > पं. सुन्दर लाल शर्मा (दान लीला)
- छ.ग. के प्रथम महा काव्यकार > प्रणयन जी ( श्रीराम कथा)
- छ.ग. के प्रथम महिला साहित्यकार >निरूपमा शर्मा (पतरंगी)
- छ.ग. के प्रथम संगीतकार >मलय चक्रवर्ती (कहि देवे संदेश)
- छ.ग. के प्रथम गीतकार >हेमंत नायडू (कहि देवे संदेश)
- छ.ग. के प्रथम गांधीवादी साहित्यकार >मुकुटधर पाण्डे
- छ.ग. के प्रथम सशक्त कवि >धर्मदास
- छ.ग. के प्रथम अंतरमन के कवि >गजानंद माधव मुक्ति बोध।
- छ.ग. के प्रथम जन कवि >कोदूराम दलित
- छ.ग. के प्रथम राष्ट्रीय चेतना के कवि >गिरीवर दास वैष्णव
- छ.ग. के प्रथम युग प्रवर्तन कवि >भगवती सेन
- छ.ग. के प्रथम समीक्षात्मक रचनाकार >विनय कुमार पाठक
- छ.ग. के भारतेन्दू >सुन्दर लाल शर्मा
- छ.ग. के वाल्मिकी > गोपाल मिश्र
- छ.ग. के पाणिनी > हीरालाल काव्योपाध्याय (34 वर्ष में मृत्यु)
- छ.ग के नीलकंठ >गजानंद माधव मुक्तिबोध
- छ.ग. के प्रथम कवयित्री >निरूपमा शर्मा
- छ.ग. के विद्यासागर >राम दयाल तिवारी
- छ.ग. में प्रगतिवाद के जनक >गजानंद माधव मुक्ति बोध
- छ.ग. में छायावाद के जनक >मुकुटधर पाण्डे
- छ.ग. में गद्य के जनक >लोचन प्रसाद पाण्डे
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी :-
- कारी
- झलमला
- क्या लिखूँ
- शतदल
- अनुदल
- अंजली
- पंचपात्र
- मंजरी
- कथाचक्र
- भोला
- ये दिन
- प्रायश्चित
- बिखरे पन्ने
- जिन्हें नहीं भूलूँगा।
- भाग्य ( प्रथम )
गजानंद माधव मुक्ति बोध :-
- तार सप्तक (संपादक- अज्ञेय थे)
- ब्रम्हराक्षस
- चाँद का मुँह टेढ़ा
- सतह से उठता हुआ
- अंधेरे में
- हृदय की प्यास
- दो रवाक धुल
- साहित्य एक डायरी
- शेखर एक जीवनी
नोट :-राजनांदगांव के दिग्विजय कॉलेज में त्रिवेणी संगम
बलदेव प्रसाद मिश्र :-
- साकेत संत ।
- साहित्य लहरी ।
- तुलसी दर्शन।
हरि ठाकुर :-
- सुरता के चंदन ।
- छत्तीसगढ़ी गीत अऊ कविता।
- लोहे के नगर ।
- जय छत्तीसगढ़ी
- अमु कविता।
विनय कुमार पाठक :-
- धान का कटोरा ।
- एक रूख एकेच शाखा ।
- छत्तीसगढ़ी साहित्य अऊ साहित्यकार |
पालेश्वर शर्मा :-
- गोरसी के गोठ ।
- तिरिया जनम झन दे ।
- सूरज साथी है।
- सासों का दस्तक
- सुसक झन कुर्री सुरता ले ।
श्याम लाल चतुर्वेदी :-
- पर्रा भर लाई।
- बेटी के विदा ।
- भोलवा भोलाराम बनिस।
- राम बनवास ।
दानेश्वर शर्मा :-
- हर मौसम में छंद लिखूँगा।
- बेटी के बिदा ।
- लव कुश।
केयूर भूषण :-
- रांडी ब्राम्हण की दुर्दशा
- कुल के मरजात।
- फुटहा करम
- आंसू म फिले अंचरा।
लखन लाल गुप्त :-
- हाथी घोड़ा पालकी।
- सोन पालर।
- चंदा अमृत बरसाईस।
- सरग ले डोला आइस ।
- सुरता के सोन किरण ।
- सुआ हमर संगवारी।
- संझौती के बेरा।
- बेटी की मन सूबा।
कपिलनाथ कश्यप :-
- निसैनी।
- गुरावट विवाह ।
- डहर के फूल।
- डहर के कांटा।
- नवा बिहान ।
- राम कथा।
- अंधियारी रात।.
पं. सुन्दर लाल शर्मा :-
- दानलीला ।
- प्रहलाद चरित्र
- ध्रुव चरित्र ।
- सच्चा सरदार ।
- करूणा पच्चीसी ।
- सीता परिणय ।
नरसिंग दास वैष्णव :-
- नरसिंग चौतीसा।
- शिवालय (1704)
3.जानकी माई हित विनय
द्वारिका प्रसाद तिवारी :-
- राम व केवट संवाद।
- कुछु काही ।
3.धमनी हाट।
श्रीकांत वर्मा :-
- मटका मेघ ।
- मगथ।
- जलसा घर।
4.झाड़ी।
नारायण लाल परमार :-
- सुरूज नई मरे ।
- मतवार।
3.कांवर भर धूप.
विनोद कुमार शुक्ल :-
- नौकर की कमीज।
- दीवार में एक खिड़की रहती थी।
- खिलेगा तो देखेंग
- जय हिन्द लगभग।
- वह आदमी चला गया।
मेदनी प्रसाद पाण्डे :-
- कछेरी ।
केदरानाथ ठाकुर :-
- बस्तर की खूनी इतिहास ।
गिरिवर दास वैष्णव :-
- बुढवा बिहाव ।
- पुरवर्गों के पराक्रम ।
- सुराज ।
नंदकिशोर तिवारी :-
- परेमा।
पं. रामदयाल तिवारी :- (छ.ग. का विद्यासागर कहते हैं।)
- गाँधी मिमांसा।
- गाँधी एक्सरेड ।
खूबचंद बघेल :-
- करम छड़हा।
- ऊंच-नीच
- लेड़गा सूजान।
- बेटवा बिहाव ।
प्यारे लाल गुप्त :-
- प्राचीन छ.ग. ।
- गांव में फूल घलो गोठियाथे।
- धान लुआई।
- लबंग लता।
- ग्रीस का सुधार।
विमल पाठक :-
- गवई के गीत।
निरंजन लाल गुप्त :-
- किसान के करलई ।
राजेन्द्र तिवारी :-
- भुंइयाँ के पाकिस चूंदी।
- राजा फोकलवा ।
शिव शंकर शुक्ल :-
1 दियना के अंजोर।
2. मोंगरा।
3. रधिया।
नरेन्द्र देव वर्मा :-
- मोला गुरू बनई लेते।
- अपूर्वा
- सोनह बिहान।
- ढोला मारू
- सुबह की तलाश
परदेशी राम वर्मा :-
- आँवा।
- मैं बैला नो हो।
- गम लइला तोहव ।
विद्याभूषण मिश्र :-
- छत्तीसगढ़ी गीत माला।
सीताराम मिश्र :-
- सुरही गईया।
amritlal दुबे :-
- तुलसी के बिरवा जगाय
मलिक राम त्रिवेदी :-
- राम राज्य
रामेश्वर वैष्णव :-
- नोनी चेंदरी।
- अस्पताल बीमार है।
- छ.ग. महतारी के महिमा
टिकेन्द्र टिकरिया :-
1. साहूकार से छुटकारा ।
2. गवइहा।
3. सौत के डर ।
4. देवार डेरा।
संजीव बख्शी :-
- भुलन कांन्दा ।
दयाशंकर शुक्ल :-
- छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य ।
राजेन्द्र सोनी :-
- दुब्बर ला दु आषाढ़ ।
हेमनाथ यदु :-
- छत्तीसगढ़ी रामायन ।
सुकलाल पाण्डे :-
1.भूल-भुलैया
(शेक्सपियर के “कॉमेडी ऑफ एररस” की अनुवाद है)
विशाल परमानंद :-
- पियुरी लिखे तोर भाग।
गोंविद दास विठ्ठल :-
- नागलीला।
गोपाल मिश्र :-
1 खूब तमाशा
2. सुदामा चरित्र ।
3. भक्ति चिंतामणी ।
4. रतनपुर महात्म्य ।
सरयू प्रसाद त्रिपाठी :-
- मधुसीकर।
शेषनाथ शर्मा :-
- तीरिया के जाल ।
- नारी हृदय का चित्रण ।
लाला जगदलपुरिया :-
- बस्तर के संस्कृति व इतिहास।
(हल्बी व भतरी भाषा का प्रयोग )
रघुवीर अग्रवाल :-
- जले रक्त से दीप ।
महेश्वर साहू :-
- कंऊवा लेगे कान।
- हमरे भीतरी सब कुछ है।
रमेश अधिर :-
- घर बुंदिया।
गयाराम साहू :-
- जागिस छत्तीसगढ़ के माटी।
- शदीया।
प्रबयन जी :-
- श्रीराम कथा ।
- श्रीकृष्ण कथा ।
- श्री महाभारत कथा ।
गया प्रसाद बसेरिया :-
- महादेव के बिहाव ।
संतराम साहू :-
- चंदा लोरिक काम कदला।
ठाकुर हृदयसिंग चौहान :-
- हेर घेरा।
कपिल नाथ कश्यप :-
- गुरावट बिहाव
- अंधियारी रात।
- निसेनी।
क्रांति त्रिवेदी :-
- मन की हार।
- ओस की बूंद
- समर्पण।
- फूलों का सपना
- दीक्षा।
अशोक मिश्र :-
- भारत की खोज।
- सुरभि ।
मुख्य बिन्दु
सरस्वती पत्रिका का संपादक महावीर प्रसाद द्विवेदी थे।
सूरदास वात्सल्य रस के श्रेष्ठ कवि थे।
स्विटजरलैण्ड जाने वाले प्रथम साहित्यकार हरिहर वैष्णव बस्तर के थे।
राजा फोकलवा नाटक के लेखक राकेश तिवारी