इसरो द्वारा प्रक्षेपित चंद्रयान एक अंतरिक्ष यान था जो चंद्रमा की परिक्रमा कर उसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु भेजा गया था।
इसका प्रक्षेपण 22 अक्टूबर 2008 को किया गया। 8 नवंबर को उसे चंद्रमा की कक्षा में प्रस्थापित किया गया। 14 नवंबर को एक संघाती उपकरण द्वारा भारत का झंडा चंद्रमा पर लहराया गया।
करीब एक साल तक इस यान ने चंद्रमा की सतह का अध्ययन किया। उसके बाद में यान से संदेश आने बंद हो गये। इस प्रकल्प से मिली जानकारी में सबसे महत्व पूर्ण चंद्रमा की सतह पर जलकणों की व्यापक मात्रा में उपस्थिति थी।