यद्यपि चंद्रमा व पृथ्वी दोनों ही गैस के मेघ से उत्पन्न हुए हैं (प्रश्न 85 देखिए)। चंद्रमा पृथ्वी से नहीं निकला है। इस बात का सबूत हमें चंद्रमा के खनिज पदार्थों की जाँच से मिलता है।
उन खनिजों का गठन पृथ्वी के खनिजों से भिन्न पाया गया है। इस कारण हम यह मानते हैं की चंद्रमा का निर्माण स्वतंत्र रूप से हुआ था और कालांतर से पृथ्वी के समीप आने पर वह उसके गुरुत्वाकर्षण की चपेट में आकर उसका उपग्रह बन गया।
चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी की तुलना में कहीं कम होने के कारण उस पर बायुमंडल टिक नहीं सका और वायुमंडल न होने और इस कारण जीवन सहायक गैस न होने से वहां जीवसृष्टि पनप नहीं सकी।