हमें ज्ञात है कि सूर्य में हायड्रोजन व ऑक्सीजन है। फिर केवल पृथ्वी पर ही उनकी प्रक्रिया से पानी पैदा हुआ, अन्य ग्रहों पर क्यों नहीं? हमारी पृथ्वी एक आग का गोला थी, फिर उसमें पानी कैसे आया
इस बारे में दो राय हैं और इस प्रश्न को अभी पूर्णरूप से सुलझाया नहीं गया है। एक सोच यह है कि पृथ्वी बनते वक्त बहुत गर्म रही होगी व उसकी सतह द्रव्यरूप में रही होगी।
उस समय पानी का वाष्पीकरण होकर वह पृथ्वी से पलायन कर चुका होगा। इस कारण उस पर मौजूद पानी बाद में उस पर गिरे धूमकेतु, उल्कापिंड इत्यादि से आया है। हाल ही में कुछ वैज्ञानिक पुरातन उल्कापिंडों के अध्ययन से इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि उल्कापिंडों से पृथ्वी के बनते वक्त उन उल्कापिंडों में स्थित पानी उनके अंदर रह गया होगा एवं बाद में वह सतह तक आया होगा। इस विषय में अभी शोध जारी हैं।