मंगल पर लौह कण व पानी की प्रक्रिया से लौह-ऑक्साईड (जंग) का निर्माण हुआ होगा और वह पानी के बहाव से पूरी सतह पर फैल गया होगा।
तूफानी हवाओं ने इसके कण वायुमंडल में भी उछाल दिये होंगे, जिस कारण मंगल की सतह व आसमान लाल दिखते हैं।
मंगल पर लौह कण व पानी की प्रक्रिया से लौह-ऑक्साईड (जंग) का निर्माण हुआ होगा और वह पानी के बहाव से पूरी सतह पर फैल गया होगा।
तूफानी हवाओं ने इसके कण वायुमंडल में भी उछाल दिये होंगे, जिस कारण मंगल की सतह व आसमान लाल दिखते हैं।