गुरु ग्रह पर दिखने वाला लाल दाग वास्तव में एक चक्रवाती तूफान है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह दाग गत 300 सालों से बना हुआ है। यह पहली बार सन् 1664 में देखा गया था।
लेकिन बीच में 118 साल तक इसके परीक्षण की कोई जानकारी नहीं है। बाद में सन 1830 से इसका लगातार परीक्षण हो रहा है।
बीच के लंबे अंतराल के कारण 1664 में देखा हुआ दाग ही हम आज देख रहे हैं, यह मानना ठीक नहीं होगा। चक्रवाती तूफ़ान होने के कारण इसमें परिवर्तन होना स्वाभाविक है।