विशेष सापेक्षतावाद के अनुसार निर्वात में प्रकाश की गति (c) स्थिर है और किसी भी जड़त्वीय प्रेक्षक द्वारा मापे जाने पर उसका मूल्य (c) ही होता है (प्रश्न 79 देखिये)।
किसी माध्यम से गुजरते वक्त इसकी गति c/n हो जाती है, यहां n उस माध्यम का अपवर्तनांक है। कुछ खगोलवैज्ञानिकों का दावा है कि उन्हें प्रकाश की गति के समय के साथ बदलने के सबूत मिले हैं और उनके अनुसार यह गति भूतकाल में आज की तुलना में अधिक थी। किंतु यह सबूत अभी तक विवादास्पद हैं।