प्रश्न 2 के उत्तर में बताये अनुसार सूर्य की किरणें धूल के कणों से टकराने पर बिखरती हैं। इनमें लाल रंग की किरणें सबसे कम बिखरती हैं।
सूर्यास्त होते समय सूर्य की किरणों को वायुमंडल की मोटी परत से गुजरना पड़ता है एवं क्षितिज से आते समय पृथ्वीतल के समीप से भी गुजरना पड़ता है।
दोनों ही कारणों से धूल के कणों की मात्रा बढ़ी हुई होती हैं और प्रकाश के बिखरने की भी। इस कारण सूर्य के प्रकाश से अन्य रंग कम होकर सबसे कम बिखरने वाला लाल रंग प्रमुखता से नज़र आता है और सूर्य थोड़ा लाल दिखाई देता है।